नई दिल्ली, सितम्बर 12 -- रूस-यूक्रेन युद्ध में पंजाब और हरियाणा के युवाओं को फंसाने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। कई परिवारों ने केंद्र और राज्य सरकारों पर आरोप लगाया है कि वे ट्रैवल एजेंटों और मानव तस्करों पर नकेल कसने में नाकाम रहे हैं, जो नौकरी का झांसा देकर युवाओं को "मौत के मैदान" में भेज रहे हैं। द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कम से कम 15 पंजाबी युवा जून के बाद अब तक रूस ले जाए गए हैं। उन्हें नौकरी के बहाने बुलाकर जबरन सेना में भर्ती कर दिया गया है। हरियाणा के फतेहाबाद के दो युवाओं ने हाल ही में वीडियो जारी कर मदद की गुहार लगाई, जिसमें उन्होंने रूस की सेना में भर्ती किए जाने का खुलासा किया। द ट्रिब्यून के मुताबिक, जालंधर के जगदीप कुमार ने दावा किया कि वहां गए पांच युवकों की मौत हो चुकी है और तीन लापता हैं। उनका भाई मंदीप भ...