लखीसराय, मई 21 -- चानन, निज संवाददाता। सरकार की तमाम योजनाओं और अधिकारियों के प्रयास के बावजूद मलीन बस्तियों में रहने वाले लोगों को उसका हक व अधिकार नहीं मिल पा रहा है। यही वजह से की सब कुछ रहने के बाद भी मलीन बस्ती में रह रहे लोगों को भूख, गरीबी व बीमारी की चादर ओढ़े जिंदगी काटने को विवश होना पड़ रहा है। भलूई पंचायत के महादलित टोला में रहने वाले लोगों का हाल भी कुछ इसी तरह का है। यहां रहने वाले लोगों की दशा को देखने से इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि यहां रह रही आबादी मूल रूप से बीमारी और गरीबी के बीच लाचारी की जिंदगी जी रही है। साक्षर व जागरूकता की कमी के बीच गरीबी एवं बीमारी से उसे कौन निजात दिलायेगा? यह एक अहम सवाल है। स्वास्थ्य सेवा की कमी के कारण गांव के एमआरपी डॉक्टरों से इलाज कराकर पैसा की बर्बादी के साथ मौत भी खरीद रहे है। ...