अलीगढ़, सितम्बर 24 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। अकराबाद हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के शव को देख हर कोई सहम गया। शव पूरी तरह जले हुए थे। न चेहरा बचा था और न शरीर पर खाल थी। केवल हड्डियां शेष थीं। ऐसे में परिजनों ने कद-काठी, हुलिये व वजन का अंदाजा लगाकर अपनों को पहचाना और शव को साथ ले गए। वहीं, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों की टीम भी एक बारगी सिहर उठे। शव के पूरी तरह से जले होने के चलते डॉक्टरों ने सभी का डीएनए सैंपल सुरक्षित किया है। पुलिस ने मौके से कार व कैंटर में फंसे लोगों को जेएन मेडिकल कॉलेज भिजवाया था। वहां से शवों को मोर्चरी ले गए। घायल के माध्यम से पुलिस ने सभी की पहचान कराई। दोपहर तक सभी के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंच गए। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जुट गई। लेकिन, सबसे बड़ा संकट शवों को पहचानने का था। शरीर पर कपड़े तो दूर,...
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