चतरा, दिसम्बर 6 -- लावालौंग प्रतिनिधि मंधनियां गंव के पिन्टू विश्वकर्मा को झूठे मुकदमे से बरी किए जाने के बाद गांव में खुशी का माहौल है। बताया जाता है कि लगभग एक माह पूर्व षड्यंत्र के तहत पुलिस द्वारा माओवादी पर्चा छापकर उन्हें सहयोग करने का आरोप लगाते हुए जेल भेज दिया गया था। परिजनों ने इसे पूरी तरह साजिश करार देते हुए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन सिंह को केस की जिम्मेदारी सौंपी। अधिवक्ता नवीन सिंह ने न्यायालय में जोरदार पैरवी करते हुए बताया कि पिन्टू विश्वकर्मा मंधनियां में प्रज्ञा केंद्र संचालित करते हैं, बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते हैं और साइकिल पंचर की दुकान भी चलाते हैं। उनका किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि से कोई संबंध नहीं है। न्यायालय में पुलिस पिन्टू विश्वकर्मा के खिलाफ ...