सासाराम, जुलाई 20 -- सासाराम, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। विद्यालय आवंटन से नाखुश प्रधान शिक्षक अभ्यर्थी न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने बताया कि तीन प्रखंडों का विकल्प देने के बावजूद अन्य दूर के प्रखंड स्थित विद्यालय का आवंटन किया गया है। ऐसे में उनके सामने कोर्ट के शरण में जाना ही सहारा बचा है। कई महिला अभ्यर्थियों ने बतायी कि विद्यालय आवंटन में महिलाओं को प्राथमिकता देना है। तीन प्रखंडों का विकल्प मांगा गया था। उसके बाद भी तीनों चयनित विकल्पों में एक भी विद्यालय का आवंटन नहीं कर दूर के प्रखंड स्थित विद्यालय आवंटित किया गया है। जिस कारण घर की जिम्मेदारी के साथ आवंटित विद्यालयों में योगदान करना संभव नहीं है। बताया कि जब विभाग को अपने मन से ही विद्यालय का आवंटन करना था, तब विकल्प चयन करने का ऑप्शन देने का कोई मतलब...