मुंबई, जुलाई 8 -- भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई को महाराष्ट्र विधानमंडल की ओर से सम्मानित किया गया। वह महाराष्ट्र मूल के हैं और उन्हें चीफ जस्टिस बनाए जाने को राज्य का गौरव बताते हुए दोनों सदनों ने सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने सदन को संबोधित भी किया और अहम टिप्पणी करते हुए न्यायपालिका बनाम कार्यपालिका वाले विवाद पर भी इशारों में बात की। संसद की सर्वोच्चता वाला बयान पिछले दिनों उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया था। इस पर उन्होंने इशारों में ही कहा था कि संविधान के तहत कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका एक समान हैं। उन्होंने इस बात को एक बार फिर से दोहराया। इसके अलावा यह भी कहा कि अदालत को नागरिकों के अधिकारों की प्रहरी और संरक्षक के रूप में काम करना होगा। चीफ जस्टिस ने कहा कि संविधान सर्वोच्च है। यह कहते हुए उन्होंने बाबासाह...