रामपुर, सितम्बर 8 -- रामपुर। एक्सरे टैक्नीशियन अर्पित सिंह रामपुर में नौ साल तक नौकरी करता रहा। दो साल पहले ही उसको बिलासपुर सीएचसी से हटाकर जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र में तैनात किया गया था। नौ साल में वह 50 लाख से अधिक का वेतन पा चुका है। भर्ती में घोटाला सामने आया तो वह रामपुर से भाग गया। रविवार को सीएमओ डीजी कार्यालय लखनऊ पहुंचे और उन्होंने वहां पर नियुक्ति संबंधी दस्तावेजों को जमा कराया। एक्सरे टैक्नीशियन अर्पित सिंह वर्ष 2016 में भर्ती हुआ था। उसकी पहली तैनाती बिलासपुर सीएचसी में एक्सरे टैक्नीशियन के रूप में हुई थी। वर्ष 2023 में उसको बिलासपुर से हटाकर डीटीओ कार्यालय रामपुर में तैनात कर दिया गया था। जहां पर अगस्त तक वह टीबी के मरीजों के एक्सरे कर रहा था। भर्ती में घोटाले का जिक्र सामने आया तो अर्पित सिंह रामपुर को छोड़कर गायब हो ग...