लखनऊ, अगस्त 26 -- लखनऊ, संवाददाता। अंजुमन गुंचाए मजलूमिया की इमामबाड़ा अबुतालिब हसन पुरिया में चल रही शब्बेदारी की मजलिस को मौलाना यासूब अब्बास ने खिताब किया। उन्होंने कहा कि हजरत इमाम हुसैन (अ.स) के दामन से जो जुड़ गया वह बे-मिसाल बन गया। कर्बला की हर कुर्बानी अहम है, हर शहादत दर्दनाक है। शब्बेदारी में अंजुमन मेराजुल इस्लाम, नासिरूल अजा, गुलामाने हुसैन, मासूमियां हुसैनिया, शहीदे फुरात, गुंचाए मेंहदिया व शहीदाने कर्बला ने अंजुमन गुंचाए मजलूमिया के शायर एजाज जैदी द्वारा दी गयी तरहा की पंक्ति शब्बीर का गम सबके मुकद्दर में नहीं है, पर अपने सलाम पेश किये, जिसे सुनकर लोगों ने खूब दाद दी। नौहें सुनकर अजादारों की आंखें अश्कबार हो गईं। संचालन अजहर हुसैन शम्मी ने किया। छोटा इमामबाड़ा हुसैनाबाद में आज दूसरी मजलिस को मौलाना फैज अब्बास मशहदी ने खिताब कि...
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