हापुड़, फरवरी 15 -- नगर कोतवाली इलाके में रहने वाली एक महिला कर्मचारी ने अधिकारियों द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों और मानसिक उत्पीड़न के खिलाफ न्याय की मांग की है। पीड़िता ने बताया कि उसे 09 मई 2024 को बिना किसी उचित कारण के पदाच्युति का सामना करना पड़ा, जबकि उस समय वह चिकित्सा अवकाश पर थी और ऑपरेशन के कारण चलने-फिरने में असमर्थ थी। इसके साथ ही, उसे अपने पक्ष को प्रस्तुत करने का कोई अवसर भी नहीं दिया गया और आरोपों की कोई जांच भी नहीं की गई। महिला ने आरोप लगाया कि जातिगत और लैंगिक भेदभाव करते हुए जानबूझकर मानसिक उत्पीड़न किया, क्योंकि वह उनकी इच्छाओं के अनुसार कार्य करने में असमर्थ थी। आरोप लगाया है कि वह अपने परिवार की अकेली सहारा थी। उसके पिता का निधन 18 वर्ष पहले हो चुका था, और तब से वह अपनी विधवा मां और छोटे भाई-बहनों की देखभाल कर रही थी। ...
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