मेरठ, जून 28 -- बेटे की नौकरी लगवाने के नाम पर साढ़े नौ लाख रुपये ठगी का आरोप लगाते हुए पीड़ित ने शुक्रवार को डीआईजी ऑफिस पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया। जनसुनवाई कर रहे डीआईजी कलानिधि नैथानी ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पल्लवपुरम थाना क्षेत्र मधुर विहार निवासी संजय ने बताया रोहटा निवासी युवक का उसके घर आना जाना था। खुद को मंत्री-सांसद का उसने करीबी बताया। विश्वास में आकर बेटे हितेश की नौकरी लगवाने के लिए रिश्तेदारों से उधार लेकर 12 लाख रुपये उसे दे दिए। नौकरी नहीं लगने पर रुपये वापस मांगे तो वह टालता रहा। बीते वर्ष उसने ढाई लाख रुपये लौटा दिए। आरोप है कि धोखाघड़ी कर साढ़े नौ लाख रुपये ठग लिए।

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