मैनपुरी, मार्च 24 -- क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी कार्यालय में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठने वाले कर्मचारियों को बचाया जा रहा है। पीड़ित द्वारा डीएम से की गई शिकायत के बाद जो जांच समिति बनाई गई उस समिति ने जांच करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। मामला कोर्ट में होने के चलते समिति के सदस्यों ने जांच न करने के संबंध में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी को पत्र दिया है। उधर जांच न होने से पीड़ित परेशान है। पीड़ित ने कार्यालय में एक शिकायती पत्र देकर कर्मचारी पर कार्रवाई की मांग की है। ग्राम चिर्रा निवासी प्रभाष सिंह पुत्र प्रथम सिंह ने नौकरी लगवाने के नाम पर राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय उझैया फकीरपुर पर भृत्य के पद पर तैनात ओमबहादुर को सात लाख रुपये दिए थे। नौकरी नहीं लगी और ओम बहादुर ने रुपये भी वापस नहीं किए। इस संबंध मे...