नई दिल्ली, जुलाई 1 -- राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले की सुनवाई के दौरान दलील दी कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में रेलवे की ग्रुप-डी भर्तियों में बड़े स्तर पर अनियमितताएं हुईं। वरिष्ठ अधिकारियों पर चुनिंदा उम्मीदवारों के आवेदन जल्द पास कराने का दबाव डाला गया। विशेष जज विशाल गोगने की अदालत के समक्ष पेश विशेष लोक अभियोजक डी.पी. सिंह ने आरोप लगाया कि लालू यादव या उनके परिवार को बेहद कम कीमत पर जमीन देने वालों को रेलवे में नौकरियां दी गईं। सीबीआई ने अदालत को बताया कि भर्ती प्रक्रिया बेहद जटिल होने के बावजूद, एक ही दिन में कई उम्मीदवारों के आवेदन पास कर दिए गए। कुछ तो अपना नाम तक ठीक से नहीं लिख सकते थे। शैक्षणिक प्रमाण पत्र, मार्कशीट और हस्ताक्षर तक फर्जी पाए गए। सीबीआई ने अदालत को यह भी ...