ओस्लो, अक्टूबर 4 -- दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार हर साल वैज्ञानिक खोजों, साहित्यिक कृतियों और शांति प्रयासों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। लेकिन इसकी चमक के पीछे एक गहरा रहस्य छिपा है- नामांककों (नॉमिनेटर्स) और नामितों (नॉमिनीज) के नाम 50 साल तक पूरी तरह गुप्त रखे जाते हैं। यह नियम नोबेल फाउंडेशन के कठोर कायदों पर टिका है, जो निष्पक्षता और गोपनीयता सुनिश्चित करता है। 2025 में, जब नोबेल पुरस्कारों की घोषणा 6 से 13 अक्टूबर तक होनी है, तो यह रहस्य फिर से चर्चा का केंद्र बनेगा। खासकर शांति पुरस्कार के संदर्भ में, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नामांकन की अफवाहें जोरों पर हैं। आज हम समझेंगे कि यह गोपनीयता क्यों जरूरी है, 2025 के ताजा आंकड़े क्या कहते हैं, और ट्रंप का मामला कैसे इसकी रोचकता बढ़ा रहा है।नोबेल पुरस्क...