सीतामढ़ी, मई 20 -- परिहार। नोनाही गांव से निकलकर पड़ोसी राष्ट्र नेपाल मन्नत पूरा करने जा रहे गौरीशंकर राय उर्फ भदई राय को क्या पता था कि अब घर लौटेंगे ही नहीं। रास्ते में ही जिंदगी का सफर मौत में तब्दील हो गया। सोमवार का दिन नोनाही गांव के लिए काला दिन साबित हुआ। खबर सुनते ही लोग दंग रह गए। गांव में दो लोगों का शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गांव से एक साथ दो अर्थी उठने से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। गांव में मातम पसरा हुआ है। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद दोनों का शव गांव में पहुंचते ही मृतक के घर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। परिजनों में चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। परिजनों के करुण विलाप से मौजूद गांव की महिला-पुरूष तो क्या, बड़े बुजुर्गों की भी आंखें भी नम हो गयीं। लोग भगवान से कह रहे थे बड़ा अनर्थ भेलई। इश्व...