बिहारशरीफ, नवम्बर 4 -- 2020 में हिलसा में 12 वोट का था अंतर, नोटा में पड़े थे 1022 सातों विधानसभा में नोटा में पड़े थे 1000 से अधिक वोट 2015 के मुकाबले नोटा के वोटों में आयी है भारी गिरावट बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि/अमित कुमार। ईवीएम के सबसे अंतिम में होता है नोटा का बटन। इसका मतलब होता है 'नन ऑफ द एवभ' यानि उपरोक्त में से कोई नहीं। सीधे शब्दों में अगर आपको कोई भी प्रत्याशी पसंद नहीं है तो नोटा का बटन दबा सकते हैं। इसकी शुरुआत भारत में वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के विधानसभा चुनाव में किया गया था। 2015 व 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी इसका इस्तेमाल किया गया था। वर्ष 2020 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव को मिलाकर पूरे बिहार में नोटा में एक करोड़ 29 लाख वोट डाले गये थे। नोटा का यह बटन कई प्रत्या...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.