नई दिल्ली, फरवरी 14 -- चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनाव में नोटा पर मतदान पिछले दो आम चुनाव के मुकाबले कम हुआ है। वहीं बिहार में सबसे ज्यादा नोटा का बटन दबाया गया है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में 'उपरोक्त में से कोई नहीं' (NOTA) विकल्प को 2013 में इसकी शुरुआत के बाद से बीते लोकसभा चुनाव में सबसे कम मत प्रतिशत हासिल हुआ। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है। नोटा का विकल्प पहली बार 2014 में लोकसभा चुनाव में लागू किया गया था। आयोग की 'एटलस-2024' नामक पुस्तक के अनुसार, पिछले तीन लोकसभा चुनावों में नोटा मतों में धीरे-धीरे गिरावट आई है, जो 2014 में 1.08 प्रतिशत से घटकर 2024 में 0.99 प्रतिशत हो गई। यह मत प्रतिशत भले ही छोटा लगता हो, लेकिन 'नोटा' को मिले मत उन सीटों में महत्वपूर्ण हो सकते हैं जहां जीत क...