ग्रेटर नोएडा, अक्टूबर 28 -- को-डेवलपर के रूप में कुछ बिल्डर पांच अधूरी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए आगे आए थे। प्राधिकरण ने इसके लिए मंजूरी भी दे दी थी। शर्तों के तहत प्राधिकरण ने शुरुआत में कुल बकाये में से 25 प्रतिशत राशि जमा करने को कहा तो वे पीछे हट गए। ऐसे में संबंधित योजनाओं का काम शुरू होने से पहले ही फंस गया। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि ये पांचों ग्रुप हाउसिंग परियोजनाएं हैं। करीब साढ़े चार महीने पहले 12 जून को नोएडा प्राधिकरण की हुई बोर्ड बैठक में पांच परियोजनाओं में को-डेवलपर लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। इन अधूरी परियोजनाओं को पूरा करने का प्रस्ताव बिल्डरों की तरफ से ही आया था। इसी क्रम में प्राधिकरण प्रस्ताव को बोर्ड बैठक में लेकर गया था। बोर्ड बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी देते समय प्राधिकरण ने शर्त रखी थ...