राजीव गुप्ता, फरवरी 28 -- मोक्ष अर्थात 84 लाख योनियों से मुक्ति पाने, अत्यंत अद्भुत एवं दिव्य समागम के साक्षी बनने के लिए नैमिष आइए। यहां एक मार्च से शुरू हो रही उत्तर भारत की ख्यातिलब्ध 84 कोसी परिक्रमा आपका इंतजार कर रही है। मोक्ष की कामना को लेकर प्रतिवर्ष प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक आदि प्रांतों के अलावा मारीशस और नेपाल राष्ट्र के भी श्रद्धालु व साधू-संत शामिल होते हैं। बड़ी संख्या परिक्रमार्थी इस परिक्रमा को नंगे पैर ही पूरा करते हैं। इसके अलावा कई परिक्रमार्थी वाहनों से तो तमाम संत और महंत, हाथी, घोड़ा व पीनस (पालकी) से इसे पूरा करते हैं। स्कंदपुराण में वर्णित इस पौराणिक परिक्रमा को करने से ह्रदय को एक अनूठी शांति का अनुभव मिलता है। स्कंदपुराण के धर्मारण्य खं...