हल्द्वानी, अगस्त 2 -- नैनीताल, संवाददाता। प्रकृति प्रेम, नवाचार और स्थानीय आजीविका को एक सूत्र में पिरोते हुए मशहूर पर्वतारोही, प्रकृति छायाकार और पद्मश्री से सम्मानित अनूप साह ने एक नई मिसाल कायम की है। अब वह अपने घर पर ही नियंत्रित वातावरण में ऑयस्टर मशरूम (प्ल्यूरोटस) की सफल खेती कर रहे हैं। यह एक ऐसी पहल है, जो कुमाऊं की जलवायु और संभावनाओं को देखते हुए पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत बन रही है। पद्मश्री साह बताते हैं कि उन्होंने जब चीन और सिंगापुर में मशरूम उत्पादन की आधुनिक तकनीक देखीं, तो मन में यही विचार आया कि जो वहां संभव है, वह हमारे यहां क्यों नहीं? उसी सोच से उन्होंने अपने नैनीताल स्थित आवास में पॉलीहाउस तकनीक से मशरूम उत्पादन शुरू किया। यह तकनीक, जिसमें उपचारित भूसे (ट्रीटेड स्ट्रॉ) का उपयोग होता है। यह न केवल सस्ती है, बल्...