लखनऊ, मई 8 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता ऐसे डिग्री कॉलेज जिन्होंने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से अपना मूल्यांकन कराया है, उनके शिक्षकों को रिसर्च फंड देने में वरीयता दी जाएगी। डिग्री कॉलेजों को रिसर्च के साथ ही गुणवत्ता मूल्यांकन के लिए भी आगे कदम बढ़ाएं इसके लिए यह पहल की गई है। यही नहीं ऐसे कॉलेज जिन्होंने नैक मूल्यांकन नहीं कराया है लेकिन उनके प्रधानाचार्य यह लिखकर देंगे कि वह एक वर्ष में इसे कराएंगे तो उन कॉलेजों के शिक्षकों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से विश्वविद्यालयों के साथ ही डिग्री कालेज शिक्षकों से भी 26 मई तक शोध प्रस्ताव मांगे गए हैं। रिसर्च फंड के रूप में शिक्षकों को पांच लाख रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक की धनराशि दी जाती है। शिक्षक नव प्रयोगों के साथ ही सम-सामायिक विषयों पर शोध करें इ...