महाराजगंज, मार्च 4 -- ठूठीबारी, हिन्दुस्तान संवाद। नेपाल के पहाड़ों से निकली झरही उर्फ प्यास नदी में नेपाल की फैक्ट्रियों से निकले केमिकल युक्त गंदे पानी को छोड़ा जा रहा है। इससे उठ रही बदबू से ठूठीबारी सीमाई इलाकों के रहने वाले लोगों का जीना मुहाल हो गया है। वहीं गर्मी के दिनों में पशुओं के प्यास बुझाने में मददगार नदी का पानी जहरीला होने से पशुपालकों की चिंता बढ़ती जा रही है। नदी के जहरीले पानी से ग्रामीणों में इससे फैलने वाले संक्रमक रोगों की चिंता भी सताने लगी है। नेपाल के पहाड़ों से निकली झरही नदी ठूठीबारी कस्बे के पश्चिमी छोर से होकर भारतीय सीमा क्षेत्र में बहती है। इससे नदी के आसपास गांवों के ग्रामीण अपनी खेती की सिंचाई भी करते हैं। साथ ही पशुपालकों के पशु एवं जंगली जानवर अपनी प्यास बुझाते हैं। लेकिन विगत कई सालों से इस नदी में नेपा...