मेरठ, मई 12 -- सरूरपुर के गांव पांचली बुजुर्ग में हुआ नेत्रपाल हत्याकांड का खुलासा तीन साल बाद भी पुलिस के गले की फांस बना हुआ है। लंबी जांच के बाद पुलिस दोनों चश्मदीद गवाहों के नार्को व पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की तैयारी में जुटी थी। अब इसे दिल्ली की लैब से कराने की मंजूरी मिल गई थी। रविवार को एक चश्मदीद गवाह का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया। एक चश्मदीद गवाह किन्ही कारणों से लैब पर नहीं पहुंच सका। 6 अप्रैल 2022 को सरूरपुर के पांचली बुजुर्ग गांव के जंगल में स्थित गोशाला पर गांव के गोसेवक नेत्रपाल की कुछ हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मौके पर उसका साथी हारून गंभीर रूप से घायल हो गया था, जबकि यहां मौजूद नेत्रपाल का भाई चरण सिंह हमले में बाल-बाल बच गया था। तीन साल तक चली जांच और कई विवेचक बदल गए, लेकिन हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका। वारदा...