बिहारशरीफ, अक्टूबर 19 -- नुक्कड़ पर चुनाव : बिंद चौक नेता बन गए हैं मौसमी मेढक, पांच साल में एक बार उन्हें याद आती है हमारी विकास की कोई नीति नहीं, बस टिकट पाने की होड़ मची रहती है उनमें कैसे होगा विकास, जब टिकटों की बेचा बेची करती हैं बड़ी पार्टियां अच्छे जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं को कैसे मिलेगा मौका हमारा देश हर चीज से भरपूर, फिर भी युवा बेरोजगार क्यों रोजगार में ही छुपी है भारत के विकास की गाथा युवाओं को उनके कौशल के अनुसार मिलनी चाहिए नौकरी बिहारशरीफ, निज संवाददाता। बिंद चौक के पास कई चाय की दुकानें व मिठाई वाले सुबह सवेरे से ही ग्राहकों के इंतजार में आ जाते हैं। इसके साथ ही बाजार के लोग भी वहां टहलने आते हैं। सुबह का समय दुकानों के बाहर लगी बेंच और चाय के इंतजार में बैठे लोग, यही इस चौक की दिनचर्या है। इन दिनों यह चौक चुनावी चर्चाओं...