भभुआ, अक्टूबर 11 -- (नुक्कड़ पर चुनाव) अखिलेश श्रीवास्तव रामगढ़। रामगढ़ शहर के दक्षिण सुपर बाजार की चाय दुकान। यहां आमजनों की बैठकी लगी है। लोग नेताओं के गुण-अवगुण पर चर्चा कर रहे हैं। किसान सूर्य प्रताप ने कहा कि सियासी पिच हो या सामाजिक सरोकार, नेता अक्सर जुबानी बल्ला भांजने के शौकीन होते हैं। अंखमुदी शाट के आलराउंडर। निशाना सटीक बैठा तो जीत, नहीं तो आउट। उनकी बात सुनकर छात्र चंद्रभान ने कहा, चच्चा हारे या जीते पर 'बाइट' लगातार जारी रखते हैं। खास यह कि ये खेलते भी हैं और कमेंट्री भी खुद ही करते हैं। तभी उम्रदराज वकील साहब बोल पड़े। अरे भाई, बाइट क्यों नहीं देंगे? चमकने की ख्वाहिश के जबरदस्त तलबगार जो होते हैं। करते कम और गाते अधिक है। कुछ नहीं भी करते तब भी काम भर अलापते है। डेवलपमेंट, पीस मोमेंट, को-आपरेटिव मुवमेंट, सर्च टैलेंट पर इनका डाय...