पटना, मार्च 30 -- बिहार के सबसे वरिष्ठ लोकनर्तक तथा नृत्य गुरु विश्वबंधु नहीं रहे। रविवार की दोपहर दिल्ली में उन्होंने अंतिम सांस ली। 90 वर्षीय नृत्यगुरु अपने पीछे पत्नी, पुत्र, पुत्री समेत भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके शिष्य लोकनर्तक जीतेन्द्र चौरसिया ने उनके निधन की सूचना दी। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में ही सम्पन्न होगा। भारत सरकार के संगीत नाटक अकादमी के टैगोर सम्मान तथा बिहार सरकार के लाइफ टाइम अचीवमेंडट अवार्डी विश्वबंधु का पूरा जीवन लोकनृत्य को समर्पित रहा। हालांकि वे शास्त्रीय नृत्य के भी जानकार थे, लेकिन बिहार के श्रमकार्य तथा खेतीबारी, पर्व त्योहारों के गीतों पर आधारित लोकजीवन के पदचापों को सम्मान दिलाने में वे सदा तल्लीन रहे। सुरांगन संस्था की स्थापना कर करीब सात दशकों तक उन्होंने सैकड़ों लोकनर्तक तैयार किये। तिल्लोत्तमा, हि...