फरीदाबाद, जुलाई 29 -- नूंह, मुख्य संवाददाता।नीति आयोग की तरफ से पिछड़ा घोषित जिले नूंह में बढ़ते बूचड़खानों का विरोध शुरू हो गया है। इनको हटाने के लिए लोगों ने अभियान छेड़ दिया है। सामाजिक संगठनों के साथ राजनीतिक दल भी विरोध को बुलंद करने वालों की फेहरिस्त में शामिल है। इसकी कड़ी में शहीदाने मेवात सभा, मेवात आरटीआई मंच और मौजी फाउंडेशन के प्रतिनिमंडल ने तहसीलदार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम ज्ञापन सौंपा। बूचड़खानों से बढ़ रही बीमारियां और प्रदूषण मेवात आरटीआई मंच और मौजी फाउंडेशन के अध्यक्ष राजुद्दीन, शहीदाने मेवात सभा के कार्यकारी संयोजक डॉक्टर प्रभु दयाल शर्मा का कहना है कि जिले में 16 बूचड़खाने चल रहे हैं और 23 नए खोले जाने की सूचना है। इनसे निकलने वाला कूड़ा-कचरा खेतों में डाला जा रहा है, जिससे जमीन बंजर हो रही है। गांवों में बद...