नूंह। सरसमल, जुलाई 22 -- दो साल पहले सावन माह में हुई हिंसा के बाद सुर्खियों में आए हरियाणा के नूंह में सदियों पुराने भाईचारा कायम करने वालों की कमी नहीं है। पिछले सोमवार ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा में श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने के बाद मुस्लिम समाज के लोग अब कांवड़ियों की खिदमत में जुट गए हैं। इनमें एक्यूप्रेशर थैरेपी में माहिर यामीन खान का नाम खासा चर्चा में है, जो नूंह की अनाज मंडी में कैंप लगाकर कांवड़ियों की सेवा कर हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे की शानदार मिसाल पेश कर रहे हैं।स्वास्थ्य विभाग में 23 साल सेवा दे चुके हैं यामीन 63 साल के यामीन खान नूंह के झिमरावट गांव के रहने वाले हैं। वे एक्यूप्रेशर थैरेपी में माहिर हैं और करीब 23 साल तक स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दे चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने समाज सेवा का रास्ता चुना और बीते लगभग 2...