मधुबनी, अप्रैल 19 -- मधुबनी । क्रिकेट हमारे देश में सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक जुनून है। यह वह मैदान है जाहं एक साधारण खिलाड़ी अपनी मेहनत और हुनर के दम पर इतिहास रच सकता है। मगर जब कोई खिलाड़ी मैदान तक ही न पहुंच पाए तो फिर वह इतिहास कैसे लिखेगा? हमारे जिले में आज क्रिकेट के प्रति उत्साह तो खूब है, लेकिन अफसोस,इस उत्साह को दिशा देने के लिए बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। शहरी क्षेत्र में लगभग 300 उभरते क्रिकेटर हैं, जो कठिन परिश्रम और हुनर के बल पर अपने सपनों को आकार देने में लगे हैं, लेकिन मैदान, पिच, चेंजिंग रूम, प्रशिक्षण केंद्र, प्रैक्टिस नेट और प्रशिक्षित कोच जैसी सुविधाओं की अनुपलब्धता उनके जुनून के बीच बाधा बन जाती है। मैदान का न होना, शुरुआत से ही रुकावट : सबसे बड़ी मूलभूत समस्या यह है कि जिले में एक भी ऐसा क्रिकेट मैदान नहीं ह...