प्रयागराज, जून 25 -- प्रयागराज, संवाददाता। बाल भारती स्कूल के सभागार में साहित्यिक संस्था 'नीलकांत के लोग की ओर से बुधवार को नीलकांत स्मृति सभा का आयोजन किया गया। जिसमें साहित्य जगत और उनके परिजनों के साथ ही पूर्व सांसद सुभाषिनी अली भी शामिल हुईं। उनकी यादों को साझा करते हुए प्रो. अनीता गोपेश ने कहा कि नीलकांत प्रेमचंद की परंपरा में आगे के लेखक हैं। व्यक्तित्व के इतने रंग थे कि उन पर जितनी भी बात की जाए कम है। उन्हें सही श्रद्धांजलि तब होगी जब उनकी रचनाओं को साहित्य के इतिहास में सही जगह मिले। दुर्गा सिंह ने कहा कि रचना के जितने दायरे हो सकते थे सब में उनका दखल था। वे हमेशा पीड़ितों व दलितों के पक्ष में रहे और अपने ही घर में विद्रोह खड़ा कर दिया। प्रियदर्शन मालवीय ने बताया कि वे साहित्य, दर्शन व इतिहास की त्रिवेणी के मास्टर थे। यश मालवीय ...