लखनऊ, फरवरी 5 -- Nitish Kumar's impact in UP: बिहार में हुए राजनीतिक उलटफेर का लाभ लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी के पूर्वांचल में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को मिल सकता है। नीतीश कुमार के एनडीए का हिस्सा बन जाने के बाद से भाजपा के साथ ही एनडीए के घटक दलों के कंधे से कुर्मी बिरादरी के मतों का बिखराव रोकने का बोझ हल्का हो गया है। सबसे अधिक राहत भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) जिसकी मजबूत पकड़ कुर्मी बिरादरी में मानी जाती है, को मिली है। विपक्ष पूर्वांचल में नीतीश को सक्रिय कर रहा था नीतीश कुमार जब तक विपक्षी खेमे में थे, तब तक बार-बार विपक्ष यह रणनीति बना रहा था कि पूर्वांचल के कुर्मी बाहुल्य सीटों पर उन्हें लाया जाए। उन्हें पूर्वांचल की किसी सीट से प्रत्याशी तक बनाए जाने की कवायद भी चल रही थी। बिहार से सटा होने के कारण पूर्वांचल के कुर्मी बिरादरी...