पटना, सितम्बर 13 -- जदयू के मीडिया पैनलिस्ट किशोर कुणाल ने कहा है कि बिहार की राजनीति और समाज में वर्ष 2005 एक ऐतिहासिक मोड़ के रूप में दर्ज है। शनिवार को फेसबुक लाइव से वे आम लोगों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सत्ता संभालते ही उन्होंने ऐसे साहसिक और दूरगामी फैसले लिए, जिनसे बिहार की तकदीर और तस्वीर बदल गई। जिस दौर में अपहरण, आतंक और कुशासन ने राज्य की छवि धूमिल कर दी थी, उसी दौर में नीतीश कुमार ने निराशा को उम्मीद में बदलने का संकल्प लिया। श्री कुणाल ने कहा कि सत्ता संभालते ही पहला कदम कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने का उठाया गया। पुलिस प्रशासन को मजबूत किया गया, भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की कार्ययोजना बनी। पहली बार भ्रष्ट अधिकारियों की संपत्ति जब्त कर सरकारी उपयोग में लाई गई।

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