पटना, मई 8 -- बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में महागठबंधन सरकार ने 1 अप्रैल 2016 को राज्य में शराबबंदी लागू कर दिया था। नीतीश ने तब कहा था और उसके बाद कहते रहे हैं कि सरकार ने महिलाओं को घरेलू हिंसा से बचाने और घर के बाहर उनको सुरक्षित रखने के लिए औरतों के कहने पर ही शराब बैन किया था। लेकिन, शराब माफियाओं ने दूसरे राज्यों से शराब लाने की एक से एक तरकीब खोजी। और अब महिलाओं को ही शराब तस्कर बना दिया है, जिनकी सुरक्षा के लिए सरकार ने शराब को बंद किया था। हाल ये है कि नौ साल बाद बिहार का कोई गली-मोहल्ला नहीं है, जहां कोई चाहे तो उसे शराब ना मिले। बिहार में लगातार उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल से सटे इलाकों में पुलिस महिलाओं को शराब तस्करी में गिरफ्तार कर रही है। महिलाएं शरीर पर शराब और बीयर को टेप से चिपकाकर साड़ी और बुर्...