वाराणसी, अक्टूबर 18 -- वाराणसी,मुख्य संवाददाता। महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बढ़ तो रही हैं, लेकिन उच्च पदों पर महिलाओं की हिस्सेदारी मात्र दो से तीन फीसदी ही है। इस अनुपात को कम से कम 33 फीसदी तक बढ़ाने के लिए हर महिला को अपने लिए विशिष्ट लक्ष्य निर्धारित करने होंगे। यही नहीं महिलाओं को खुद से प्यार करना भी सीखना होगा। लक्ष्य निर्धारण और स्वस्नेह लक्ष्य की प्राप्ति में सबसे अधिक सहायक होगा। ये बातें आईआईटी बीएचयू की डिप्टी रजिस्ट्रार (अकादमिक) मेजर निशा बलोरिया ने कहीं। वह डीएवी पीजी कॉलेज में शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य वक्ता थीं। आईक्यूएसी के अंतर्गत स्त्री विमर्श प्रकोष्ठ की ओर से 'कार्य स्थल पर महिलाओं के लिए चुनौतियां एवं अवसर विषयक संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि जब महिलाएं उच्च पदों तक पहुंचेंगी, तभी...