मेरठ, जून 15 -- मेरठ। मेडिकल एवं डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए अनिवार्य नेशनल इलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट-स्नातक (नीट-यूजी) के शनिवार को आए परिणाम में मेरठ की तीन बेटियां टॉप-2000 रैंक में अपनी जगह बनाने में सफल रहीं। इनमें से एक चिकित्सक और दो शिक्षक परिवार से हैं। प्रियांचल ने 1562, ईशानी गुप्ता ने 1897 और सौम्या शर्मा ने 1936वीं रैंक पाकर फादर्स डे पर पिता के सपने को पंख लगा दिए। प्रियांचल यादव ने तीसरे, जबकि ईशानी एवं सौम्या ने पहले प्रयास में सफलता की कहानी लिखी। बेटियों की सफलता पर माता-पिता बेहद खुश हैं। माता-पिता का त्याग, प्रियांचल ने किया खुद को साबित तीसरे प्रयास में 1562वीं रैंक लाने वाली प्रियांचल यादव मूलत: संभल निवासी हैं। पिता गोविंद यादव संभल में जूनियर स्कूल में शिक्षक हैं। बेटी को डॉक्टर बनाने के लिए गोविंद ने पत्नी ...