अलीगढ़, सितम्बर 16 -- अलीगढ़, कार्यालय संवाददाता। श्री वेदमाता भागवतधर्म प्रचार मंडल के तत्वावधान में विक्रम कॉलोनी में पितृ शांति महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है। कथा के तीसरे दिन सोमवार को गीता के ज्ञान के बारे में बताया गया। कथा व्यास आचार्य धर्मेन्द्र शास्त्री ने बताया कि महाभारत संसार में रहना सिखाती है। गीता संसार में निष्काम कर्म का संदेश देती है। रामायण मर्यादित जीवन सिखाती है। भागवत मरना सिखाती है। मरते समय स्थान का महत्व नहीं होता बल्कि स्थिति का महत्व होता है। कथा व्यास ने कश्यप महाराज की तेरह पत्नियों में सबसे बड़ी दिति का प्रसंग बताया कि उन्होंने सांय काल के समय कश्यप महाराज के मना करने पर भी पुत्र प्राप्ति के लिए आकर्षित किया था। जिसके परिणाम स्वरूप हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष का जन्म हुआ। गर्भाधान के समय गो...
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