जमशेदपुर, जुलाई 21 -- पूर्वी सिंहभूम जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) की ओर से शनिवार को जिला व्यवहार न्यायालय परिसर के लोक अदालत सभागार में बहु-हितधारकों के परामर्श पर जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि आपराधिक मामलों की जांच करने वाले अनुसंधानकर्ताओं की जिम्मेदारी बेहद अहम होती है। उन्हें निष्पक्षता से काम करना चाहिए, ताकि किसी निर्दोष व्यक्ति को अनावश्यक परेशानी न हो। केस डायरी की गुणवत्ता ऐसी होनी चाहिए कि असहायों को न्याय के रास्ते में कोई बाधा न आए। स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ल ने कहा कि कमजोर तबके को मुफ्त कानूनी सहायता उपलब्ध कराना, लोक अदालतों के जरिए विवादों का सौहार्दपूर्ण समाधान करना और कानूनी जागरूकता फैलाने में नाल...