सहारनपुर, सितम्बर 17 -- क्षेत्र के गांव रणखंडी में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन कथावाचक स्वामी रसिक महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की रास लीलाओं का वर्णन किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि जन्म भले कितनी ही प्रतिकूलताओं में हुआ हो लेकिन सतत प्रयास और निरंतर श्रेष्ठ करने की चाह मनुष्य को सम्राट की पदवी पर आसीन कर देती है। स्वामी रसिक महाराज ने बताया कि मनुष्य को दृढ़ इच्छाशक्ति, उच्च आत्मबल और समर्पित भाव से अपने लक्ष्य की ओर बढऩा चाहिए। कहा कि श्रीकृष्ण की तरह हमें भी अपने जीवन की तमाम समस्याओं का डटकर मुकाबला करना चाहिए। तभी हम जीवन में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि संकीर्ण पंथों का दखल समाज में बढ़ता जा रहा है, इसलिए हमे इनसे सावधान रहने की आवश्यकता है। बुधवार को भाजपा के पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनिवाल और राष्ट्रीय अध्यक्ष त...