मुजफ्फरपुर, अगस्त 9 -- मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। मनिका हरिकिशुन उप डाकघर में लाखों रुपये की फर्जी निकासी की जांच में कई परतें खुलने लगी हैं। आरोपी बनाए गए उप डाकपाल के चार साल तक एक ही डाकघर में जमे रहने की बात सामने आई है, जो विभाग के नियम के विरुद्ध है। इसकी जानकारी मिलने के बावजूद विभाग के वरीय अधिकारी आंख मूंदे रहे। इससे उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि चार साल के बाद स्थानांतरित किए जाने के बाद भी वह 18 दिन तक उसी डाकघर में काम करता रहा। जबकि उसे 24 घंटे के भीतर नये जगह पर योगदान देने को कहा गया था। लेकिन अवैध निकासी करने के बाद दूसरे ही दिन नई जगह पर पदभार ग्रहण कर लिया। इसको लेकर खाता धारक मुशहरी के द्वारिकानगर निवासी प्रह्लाद मिश्रा ने बताया कि खाते से रकम निकाले जाने की जानकारी उन्होंने...