पलामू, नवम्बर 11 -- मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। पलामू प्रमंडल के सबसे बड़े हॉस्पिटल मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल(एमआरएमसीएच) से न्यूमोनिया से ग्रसित बच्चों को अब रेफर नहीं किया जा रहा है। यहां पेडियाट्रिक विभाग में पदस्थापित डॉक्टर बच्चों का समुचित इलाज़ करने में सक्षम है। एमआरएमसीएच में सुविधा बढ़ने से बदलाव हुआ है। सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि न्यूमोनिया मूल रूप से फेफड़ों के संक्रमण के कारण होता है। जन्म से 5 वर्षों तक के बच्चों को न्यूमोनिया की बीमारी ज्यादा होती है। बुखार, सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, सर दर्द सहित इसके प्रमुख लक्षण है। जंपिंग कम होना, ऊंचाई कम होना, प्रदूषण के कारण बड़े पैमाने पर बच्चे न्यूमोनिया से ग्रसित हो रहे है। श्वसन तंत्र की स्थितियां बिगड़ने लगती है। बच्चों को ऑक्सीजन की कमी होती है। बी...