बांका, मार्च 24 -- शंभूगंज। शंभूगंज में विगत एक दशक से ससुराल में घर जमाई बनकर रह रहे संग्रामपुर के मोहन मांझी थाने का चक्कर लगा रहे हैं। दरअसल घर जमाई को मोहन मांझी, पत्नी पुतुल देवी को चचेरे साले ने घर से बेदखल कर दिया। पीड़ित मोहन ने बताया कि ससुर मुक्ति मांझी को एक पुत्री के अलावा कोई पुत्र नहीं था। जिससे अपने संग्रामपुर में घर ,जमीन को त्याग कर ससुराल में ही बस गया। एक वर्ष पूर्व सास-ससुर का निधन हो गया। इसके बाद चचेरे साले सज्जन मांझी की नजर लाखों रुपए की जमीन पर टिकी हुई है। थानाध्यक्ष मंटू कुमार ने मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

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