महाराजगंज, जून 5 -- महराजगंज, निज संवाददाता। संस्थागत प्रसव को लेकर स्वास्थ्य प्रशासन सख्त हो गया है। निजी हास्पिटल में प्रसव होने का जवाबदेह क्षेत्र के सीएचसी अधीक्षक/प्रभारी चिकित्साधिकारी और एएनएम आशा होगी। जांच में गड़बड़ी या मिलीभगत होने की पुष्टि होने पर संबंधित पर कार्रवाई तय है। इसके लिए सीएमओ ने सभी अधीक्षक और प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश जारी किया है। जिलेवासियों को त्वरित व नि:शुल्क इलाज देने के लिए जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, 18 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 41 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 191 हेल्थ वेलनेस सेंटर और 100 एएनएम सेंटर संचालित हैं। इन सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव की सुविधा है। इन सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने पर ग्रामीण जच्चा को 1000 और शहरी जच्चा को 1400 रूपये डिस्चार्ज के दौरान उनके खाते में भेज द...