विकासनगर, अप्रैल 12 -- निजी शिक्षण संस्थानों की मनमानी से अभिभावकों के उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विरोध जताते हुए उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। बताया कि शिक्षण संस्थानों की मनमानी से पूरे समाज का आर्थिक और मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। ज्ञापन में अभाविप ने बताया कि अच्छी शिक्षा का समान अधिकार सभी को मिले इसकी नैतिक जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है, जिससे सभी का भरोसा प्रशासन पर बना रहे। लेकिन पछुवादून मे निजी शिक्षण संस्थान हर साल फीस बढ़ा रहे हैं, जिससे अभिभावकों का आर्थिक उत्पीड़न किया जा रहा है। आरटीई के तहत निजी शिक्षण संस्थानो में प्रवेश लेने वाले बच्चों के साथ भेदभाव किया जाता है। कई शिक्षण संस्थानो में इन बच्चों को कक्षाओं में सबसे पीछे बिठाया जाता है। जिससे उन बच्चों के मन में हीन भावना पैदा होती है। ब...