लखनऊ, सितम्बर 22 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता अब निजी विश्वविद्यालयों व डिग्री कालेजों को अपने संस्थान में हो रहे प्लेसमेंट का भी ऑनलाइन ब्यौरा देना होगा। प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों का प्रचार-प्रसार कर विद्यार्थियों को तेजी से दाखिला दिया जा रहा है, लेकिन कितने विद्यार्थियों को रोजगार मिला इसकी जानकारी नहीं मिल पाती। शत-प्रतिशत प्लेसमेंट का प्रचार-प्रसार किया जाता है। ऐसे में अब सख्ती की जाएगी। प्रदेश में 47 निजी विश्वविद्यालय व 7478 निजी डिग्री कालेज हैं। निजी विश्वविद्यालयों में भी तेजी से विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई व फीस से लेकर उनके प्लेसमेंट तक की निगरानी की जाएगी। कई निजी संस्थान कौशल विकास पाठ्यक्रम के नाम पर विद्यार्थियों को प्रवेश देते हैं लेकिन पूरा जोर सिर्फ सीटें भरने पर होता है गुणवत्ता पर नहीं...