संतकबीरनगर, मई 20 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली कर्मियों ने निजीकरण को लेकर धरना दिया। आरोप लगाया कि पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन और प्रबंधन बैलेंस शीट में फर्जीवाड़ा कर रहे हैं और बढ़ा-चढ़ा कर घाटा दिखा रहे हैं जिससे निजीकरण के बाद कार्पोरेट घरानों को फायदा हो सके। इं. मुकेश गुप्ता ने कहा कि 29 मई को पूरे देश में सभी जनपदों और परियोजनाओं पर व्यापक विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। इं. राजेश कुमार ने कहा कि जब पॉवर कॉरपोरेशन द्वारा विद्युत नियामक आयोग को सौंपे गए एआरआर में अगले वित्तीय वर्ष में 9206 करोड़ रुपए का घाटा दिखाया गया है तो फिर पॉवर कॉरपोरेशन एआरआर पुनरीक्षित कर 25 हजार करोड़ रुपए का घाटा दिखाने की कोशिश में क्यों है। घाटा इतना अधिक बढ़ाकर दिखाने का आधार क्या ह...