लखनऊ, जुलाई 17 -- उत्तर प्रदेश स्वावित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन की बैठक राजधानी में आयोजित की गई। जिसमें प्रदेश भर से कॉलेजों के प्रबंधक इसमें शामिल हुए। बैठक में बीए-बीएससी जैसे पाठ्यक्रमों के साथ ही कौशल आधारित कोर्स शुरू करने पर मंथन किया गया। रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करने से विद्यार्थियों को जिले में ही अच्छे पाठ्यक्रम पढ़ने का अवसर मिलेगा। वहीं विश्वविद्यालयों की ओर से कॉलेजों से अधिक परीक्षा शुल्क वसूले जाने पर भी चिंता जताई गई। उप्र स्वावित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने कहा कि अधिक शुल्क वसूले जाने के कारण ही छात्रों की संख्या घट रही है। वहीं निजी कॉलेजों को फीस का एक बड़ा हिस्सा परीक्षा शुल्क के रूप में विश्वविद्यालय को देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शासन इस पर विचार करे और जिससे निजी कॉलेजों की हालत...