प्रयागराज, जून 14 -- उत्तर मध्य रेलवे के हजारों कर्मचारियों और उनके परिजनों के इलाज पर संकट मंडराने लगा है। रेलवे से जुड़े निजी अस्पतालों के अनुबंध समाप्त हो चुके हैं, लेकिन अब तक नया अनुबंध नहीं हो सका है। इसके चलते गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। रेलवे प्रशासन और मेडिकल विभाग की लापरवाही से कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है। उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री रूपम पांडेय ने इस संबंध में महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर तत्काल प्रभाव से अनुबंध की प्रक्रिया पूरी कराने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि अनुबंध न होने के कारण गंभीर मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों में रेफर नहीं किया जा रहा है। इसका सीधा असर मरीजों पर पड़ रहा है। दिल्ली सहित कई प्रमुख निजी अस्पतालों के साथ अनुबंध समाप्त हो चुका ह...