मुजफ्फर नगर, अगस्त 18 -- स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी और लापरवाही के चलते निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर टेक्निशियनों के भरोसे चल रहे हैं। जिले में 105 पंजीकृत अल्ट्रासाउंट केंद्रों में ज्यादातर पर नियमों के तहत रेडियोलाजिस्ट और गाइनिकोलाजिस्ट की तैनाती नहीं है। कई जगह कागजों में रेडियोलाजिस्ट और गाइनिकोलाजिस्ट है, लेकिन वास्तव में उनकी मौजूदगी नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ऐसे अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। मुजफ्फरनगर में 105 निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं। स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों के अनुसार 75 पूरी तरह से क्रियाशील है। शेष में मशीन, रेडियोलाजिस्ट आदि के कारण अल्ट्रासाउंड नहीं होने का कारण दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर शिकंजा नहीं कस पा रहे हैं। शहर के अंसारी रोड...