लखनऊ, अगस्त 11 -- राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने पूर्वांचल और दक्षिणांचल के निजीकरण की प्रक्रिया में ऑल इंडिया डिस्कॉम एसोसिएशन की भूमिका की जांच करवाने की मांग की है। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि इस एसोसिएशन में तमाम पूर्व और कार्यरत नौकरशाहों के अलावा औद्योगिक समूहों के प्रबंध निदेशक व चेयरमैन तक शामिल हैं। यह संगठन निजीकरण के नाम पर सरकारी संपत्तियों को कौड़ियों के भाव बेचने का षड्यंत्र रच रहा है। उपभोक्ता परिषद ने कहा कि पावर कॉरपोरेशन के पूर्व अध्यक्ष आलोक कुमार इस एसोसिएशन के महानिदेशक (डीजी) हैं। इस संगठन में सदस्य बनने के लिए लाखों रुपये की फीस ली जाती है। अवधेश ने कहा कि यूपी पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल इसके महासचिव हैं। यह संगठन निजीकरण को बढ़ावा देने का काम कर रहा है। क्या किसी ऐसे संगठन में कार्यरत और सेवान...