लखनऊ, मार्च 17 -- - निजीकरण के खिलाफ 110वें जारी रहे विरोध प्रदर्शन लखनऊ, विशेष संवाददाता पूर्वांचल और दक्षिणांचल के निजीकरण पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का विरोध प्रदर्शन सोमवार को 110वें दिन जारी रहा। संघर्ष समिति ने निजीकरण के नाम पर बड़े घोटाले की आशंका जताते हुए पूरी प्रक्रिया पर चार सवाल खड़े किए हैं। समिति ने कहा कि सलाहकार के टेंडर में हितों के टकराव के पहलू को शिथिल करने के बाद से ही यह आशंका गहरी होती जा रही है। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि निजीकरण की दिशा में जो भी प्रक्रिया चल रही है, उस पर पहले ही दिन से सवाल हैं। अब तक जो कुछ भी हुआ उसमें चार सवाल महत्वपूर्ण हैं। पहला मामला तो हितों के टकराव का है। इसके बाद सवाल है कि पूर्वांचल व दक्षिणांचल की परिसंपत्तियों मूल्यांकन क्यों नहीं करवाया गया? दोनों...