संतकबीरनगर, नवम्बर 19 -- संतकबीरनगर, निज संवाददाता। पावर कारपोरेशन के निजीकरण के विरोध में मंगलवार को बिजली कर्मियों ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर विरोध किया। कर्मियों ने कहा कि परियोजना शुरू न होने से परियोजनाओं की लागत भी बढ़ेगी और उत्पादन लागत भी बढ़ेगी। भास्कर पांडेय ने बताया कि एग्रीमेंट के तहत ओबरा डी परियोजना की लागत 17985 करोड़ रुपए और अनपरा ई परियोजना की लागत 18624 करोड़ रुपए रखी गई है। संघर्ष समिति ने कहा कि जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट होने के ढाई साल बाद भी इन दोनों परियोजनाओं पर कोई काम नहीं शुरू हुआ है। इसका सबसे बड़ा दुष्परिणाम यह होगा कि परियोजनाओं की लागत बढ़ जाएगी और निर्धारित अवधि 50 माह में परियोजनाओं के पूरा न होने से प्रदेश को बिजली नहीं मिल पायेगी। ऐसी स्थिति में इन परियोजनाओं को व्यापक जनहित में तत्काल उ...